नमक के कारतूस से कैसे कराई जाती है बारिश?

नमक के कारतूस से बारिश कराने की प्रक्रिया को क्लाउड सीडिंग कहा जाता है

इसमें नमक के कणों को बादलों में छोड़ा जाता है

जिससे पानी की बूंदें कंडेंस होकर भारी हो जाती हैं और बारिश के रूप में गिरती हैं

क्लाउड सीडिंग में विशेष विमान का उपयोग किया जाता है

विमान के पंखों पर हाइग्रोस्कोपिक फ्लेयर्स लगे होते हैं

विमान बादलों तक पहुंचकर फ्लेयर्स को तैनात करता है

नमक के कण बादलों में छोड़े जाते हैं, ये कण नाभिक की तरह काम करते हैं

पानी की बूंदें इन कणों के चारों ओर कंडेंस हो जाती हैं

बूंदें भारी होकर बारिश के रूप में गिरने लगती हैं