राग के नाम कैसे रखे गए? राग को संस्कृत के शब्द रंज से लिया गया है चलिए आज हम आपको बताते हैं कि राग के नाम कैसे रखे गए? राग का नाम उनके मूल स्वर के आधार पर रखे जाते हैं यह मूल राग उसको पहचान देता है और अन्य स्वरों के बीच संबंध स्थापित करता है जिन रागों पर थाटों का नामकरण किया जाता है उसे थाट के जनक राग कहा जाता है इसके अलावा अन्य रागों को जन्य राग कहा जाता है भारतीय संगीत पर सबसे ज्यादा प्रभाव भक्ति स्थलों पर बजने वाले संगीतों का रहा है कई जगह इस बात का उल्लेख किया गया है कि न तो इसका कोई पैमाना होता है न ही विधा भारतीय क्लासिकल म्यूजिक में कुल 83 तरह के राग होते हैं, इनमें 7 से 10 प्रमुख राग हैं