क्या शादी के बाद महिलाओं को सरनेम बदलना जरूरी होता है?

शादी के बाद महिलाओं के लिए सरनेम बदलना जरूरी नहीं है

यह पूरी तरह से उनकी व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है

भारतीय संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है

जो महिलाओं को शादी के बाद अपना सरनेम बदलने के लिए बाध्य करता हो

हर व्यक्ति को अपने नाम का चयन करने की स्वतंत्रता है

शादी के बाद सरनेम बदलना कानूनी रूप से अनिवार्य नहीं है

कई महिलाएं सामाजिक परंपराओं के कारण सरनेम बदलती हैं

कुछ महिलाएं अपनी पहचान बनाए रखने के लिए सरनेम नहीं बदलतीं

सरनेम बदलने पर कई दस्तावेज़ों में बदलाव करना पड़ता है