अफगानिस्तान एक ड्राई कंट्री है

यह दुनिया में 16 देशों में एक है जहां शराब पीने की इजाजत नहीं है

इस्लामी कंट्री होने के कारण इस देश में इस्लामी नियमों का पालन सख्ती से किया जाता है

इस देश में शराब पीना दंडनीय अपराध है

इसे शरिया कानून के अनुसार सजा होती है

हालांकि काले बाजार में शराब आसानी से मिल जाती है

कुछ बार्स और आउटलेट्स विदेशियों को शराब बेचते हैं, खासकर काबुल में

2003–05 के दौरान अफगानिस्तान में कुल शराब का सेवन लगभग शून्य था

देश के उत्तरी हिस्से में उज़्बेकिस्तान के थ्रू शराब की इलीगल ट्रैफ़िकिंग होती है

तालिबान ने 2021 में राज संभालने से पहले विदेशियों को दो बोतल या दो लीटर शराब लाने की इजाज़त दी थी