क्या होती है मैनुअल स्कैवेंजिंग, किन देशों में होता है ये काम? साल 2022 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने एक रिपोर्ट पेश की थी रिपोर्ट के अनुसार 1993 से 2022 तक 971 लोगों की मौत सीवर या सेप्टिक टैंक की सफाई दौरान हुई इसमें सड़कों और सूखे शौचालयों, सेप्टिक टैंक, नालियों और सीवर की सफाई को रखा जाता है एनसीएसके की एक रिपोर्ट के अनुसार 1,081 में से 925 मामलों में ही मुआवजा दिया गया है समाज के हाशिए पर रहने वाले समुदायों पर इस काम को करने की जिम्मेदारी थोप दी जाती है भारत में मैनुअल स्कैवेंजिंग पर प्रतिबंध लगाया गया है, कई इलाकों में यह प्रथा अभी भी जारी है पाकिस्तान में भी जातिगत भेदभाव के कारण मैनुअल स्कैवेंजिंग की समस्या मौजूद है यहां तमाम ऐसे लोगों को रखा गया है जिनका काम ही सीवर की सफाई करना है बांग्लादेश में सेप्टिक टैंक, नालियों और सीवर की सफाई काम ठेके पर कराया जाता है