नमाज किस भाषा का शब्द है? मुस्लिम धर्म में नमाज का एक महात्वपूर्ण स्थान है मुस्लिम धर्म में नवाज से अल्लाह की इबादत की जाती है यह इस्लाम के पांच पिलर में से एक है, दिन में पांच बार नमाज पढ़ा जाता है जिसमें पहली नमाज को नमाज-ए-.फजर कहा जाता है, दूसरी नमाज को नमाज -ए-जुह्र कहा जाता है तीसरी नमाज दिन ढलते समय पढ़ी जाती है इसे नमाज -ए-अस्र कहा जाता है वहीं चौथी नमाज को नमाज-ए-मगरिब और पांचवे नमाज को नमाज-ए इषा कहा जाता है अगर बात करें कि नमाज किस भाषा का शब्द है नमाज फारसी भाषा का शब्द है नमाज को अरबी में सलाह कहा जाता है