भारत में सिनेमा की शुरुआत 1896 में हुई थी

पहली बार 7 जुलाई 1896 को मुंबई के वॉटसन होटल में फिल्में दिखाई गईं

इस दिन एक साथ 6 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया था

इन फिल्मों को फ्रांसीसी फिल्म निर्माता लुमिएर ब्रदर्स ने बनाया था

इस आयोजन ने भारतीय सिनेमा की नींव रखी

भारत में सिनेमा का पहला अनुभव लोगों के लिए बेहद रोमांचक था

धीरे-धीरे सिनेमा का प्रभाव पूरे देश में फैल गया

1913 में दादा साहेब फाल्के ने पहली भारतीय फीचर फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' बनाई

इसके बाद भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम युग शुरू हुआ सिनेमा का गोल्डन पीरियड शुरू हुआ

आज भारतीय सिनेमा दुनिया के सबसे बड़े फिल्म उद्योगों में से एक है