प्लेन के टायर में भरी जाने वाली हवा का दवाब बहुत अधिक होता है

जो आमतौर पर 200 से 300 पीएसआई के बीच होता है

एक सामान्य कार के टायर का दवाब लगभग 30 से 35 पीएसआई होता है

प्लेन के टायरों में दबाव की जरूरत होती है क्योंकि वे भारी भार और तेजी से लैंडिंग और टेकऑफ से गुजरते हैं

प्लेन के टायर में नाइट्रोजन गैस भरी जाती है

नाइट्रोजन एक न जलने योग्‍य गैस है इसलिए इससे आग नहीं लगती है

नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से टायर का दवाब स्थिर रहता है

टायर की आयु बढ़ती है और दुर्घटना का जोखिम कम होता है

प्लेन के टायर में उच्च दबाव और नाइट्रोजन गैस का उपयोग सुरक्षा के लिए किया जाता है

लंबे समय तक मजबूती से टिकने के लिए ऐसा किया जाता है