घर में लोगों का स्वागत अक्सर ठंडे शरबत से किया जाता है

अभी भी ग्रामीण इलाकों में इसे परोसा जाता है

शरबत पीने से हेल्थ बेनिफिट्स भी होता है

फारसी पर‍िवार इसे शिकंजाबिन कहते हैं

दरअसल शरबत फारसी भाषा का शब्द है

जिसका सही मतलब है पीने लायक चीज

प्राचीन भारत में शरबत को पनाका कहकर पुकारा जाता था

अर्थशास्त्र में शरबत का नाम मधुपराका बताया गया है

यही इसका हिन्दी नाम भी माना जाता है

यह शहद,दही और घी से तैयार किया जाता है