भारत में कब हुआ था सबसे पहला घोटाला?

भारत में आजादी के बाद का सबसे पहला बड़ा घोटाला 1948 में हुआ था, जिसे जीप घोटाला कहा जाता है

इस घोटाले में ब्रिटेन में भारत के तत्कालीन उच्चायुक्त वी.के. कृष्ण मेनन ने सेना के लिए 200 जीप खरीदने का सौदा किया था

इस सौदे की कुल राशि 80 लाख रुपये थी

हालांकि, पूरी राशि चुकाने के बावजूद सेना को केवल 155 जीपें ही मिल पाईं

इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की गई थी

लेकिन उसे बीच में ही बंद कर दिया गया

जिसके बाद में, वी.के. कृष्ण मेनन को नेहरू सरकार ने देश का रक्षा मंत्री बना दिया

यह घोटाला स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहला बड़ा घोटाला माना जाता है

इसने देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.