कश्मीर के राजा ने क्यों छोड़ी थी गद्दी?

आजादी के बाद कई रियासतों ने भारत में विलय से मना कर दिया था

इन रियासतों में कश्मीर भी एक बड़ी रियासत थी

उस समय इस रियासत के महाराजा हरि सिंह थे

1947 में माउंटबेटन ने हरि सिंह 15 अगस्त तक भारत या पाकिस्तान में शामिल होने का निर्णय लेने को कहा था

लेकिन हरी सिंह इस निर्णय को बार-बार बहाना बनाकर टालते रहें

हरी सिंह कश्मीर को एक स्वतंत्र रियासत रखना चाहते थे

लेकिन जब पाकिस्तान समर्थित आक्रमणकारी कश्मीर पर हमला करने लगे

तो राजा हरि सिंह ने कश्मीर का भारत में विलय करने का निर्णय लिया था

इसके बाद हरि सिंह ने 26 अक्टूबर 1947 को विलय पत्र पर हस्ताक्षर कर कश्मीर का भारत में विलय किया था