क्या है आदिवासियों का सरना धर्मकोड?

सरना धर्मकोड आदिवासी समुदायों,   सांस्कृतिक और धार्मिक आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है

सरना शब्द उन पवित्र उपवनों को संदर्भित करता है

जहां आदिवासी समुदाय प्रकृति की पूजा करते हैं

सरना धर्मकोड की मांग का उद्देश्य इन समुदायों की विशिष्ट धार्मिक प्रथाओं को मान्यता देना है

इसके साथ ही विश्वास को मुख्यधारा के धर्मों से अलग मान्यता देना है

आदिवासी समुदाय लंबे समय से जनगणना में सरना धर्म के लिए एक अलग कॉलम की मांग कर रहे हैं

यह आंदोलन आदिवासी लोगों की सांस्कृतिक पहचान, परंपराओं को बढ़ावा देने का प्रयास करता है

इसके साथ ही अधिकारों को संरक्षित और बढ़ावा देने का प्रयास करता है

सरना धर्म जाति, लिंग, वर्ग का भेदभाव नहीं करता और सभी को समान दृष्टि से देखता है