कैलाश पर्वत पर क्यों नहीं चढ़ सकता है कोई? हिंदू धर्म में कैलाश पर्वत का बहुत महत्व है क्योंकि यह भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है कैलाश पर्वत को ब्रह्मांड और धरती के बीच का केंद्र माना जाता है इसकी ऊंचाई 6600 मीटर से अधिक है जो दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट से लगभग 2200 मीटर कम है एवरेस्ट के वातावरण की तुलना में कैलाश पर्वत का वातावरण ज्यादा मुश्किल माना गया है वैज्ञानिकों के अनुसार कैलाश पर्वत पर मैग्नेटिक फील्ड ज्यादा एक्टिव है जिस वजह से इसका वातावरण दूसरे किसी पर्वत के वातावरण से अलग है यही इसकी चढ़ाई को मुश्किल बना देता है कई लोगों ने कैलाश की चढ़ाई करने की कोशिश की है लेकिन सभी अपनी कोशिशों में असफल रहें