गर्मियों की शुरूआत हो चुकी है

गर्मियों में लोग ज्यादातर समय पंखे में बैठना पसंद करते हैं

कुछ लोगों का कहना है कि पंखा के स्पीड कम करने पर बिजली कम लगती है

हालांकि, इससे बिजली की बचत पर कोई असर नहीं पड़ता है

पंखों को इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर से कम ज्यादा किया जाता है

इन रेगुलेटर में उतनी ही बिजली जाती थी

जितनी पंखे को चाहिए होती है

ये बस पंखे की स्पीड को कम-ज्यादा करते हैं

इससे बिजली कम ज्यादा खर्च होने से कोई कनेक्शन नहीं है

हालांकि, पुराने इलेक्ट्रिक रेगुलेटर ज्यादा बिजली खाते थे