बात-बात पर ताली क्यों बजाने लगते हैं किन्नर? आपने देखा होगा कि किन्नर बात बात पर तालियां बजाते रहते हैं लेकिन आपने कभी सोचा कि किन्नर ऐसा क्यों करते हैं चलिए आज हम आपको बताते हैं कि बात-बात पर ताली क्यों बजाने लगते हैं किन्नर? किन्नर बिना काम के कभी भी तालियां नहीं बजाते हैं तालियों के पीछे कुछ मकसद होता है किन्नर इन्हीं तालियों से अपने साथी किन्नर की पहचान कर लेते हैं ये लोग ऐसा इसलिए करते हैं ताकि फर्जी किन्नरों की पहचान कर सकें कभी कभी कुछ लोग पैसा कमाने के लिए अपने आप को फर्जी किन्नर बना लेते हैं इसलिए किन्नर तालियाों से ही पहचान कर लेते हैं कि यह उनका साथी है या फर्जी अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो ताली बजाना इनकी पहचान और भावनाओं को व्यक्त करता है