बारिश के बाद, सूरज की किरणें पानी की बूंदों पर पड़ती हैं, जिससे इंद्रधनुष बनता है

बारिश के दौरान हवा में पानी के छोटे-छोटे पार्टिकल होते हैं

सूरज की किरणें पानी की बूंदों में refracted होती हैं, जिससे रंग दिखाई देते हैं

पानी की बूंदों में सूरज की किरणें reflected होती हैं, जिससे इंद्रधनुष का आकार बनता है

पानी की बूंदों से गुजरने पर सूरज की रोशनी डिवाइड होकर सात रंगों में बंट जाती है

इंद्रधनुष में लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी और बैंगनी रंग होता है

सूरज की किरणें और पानी की बूंदें छोटे प्रिज्म की तरह काम करती हैं

बारिश के बाद आकाश साफ होता है, जिससे इंद्रधनुष साफ़ दिखता है

बारिश के बाद एनवायरनमेंट में नमी बढ़ जाती है, जो इंद्रधनुष बनाने में मदद करती है

जब एक ही समय में धूप और बारिश होती है, तो इंद्रधनुष बनने की मुमकिन अधिक होती है

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