काले हिरण को भगवान क्यों मानता है बिश्नोई समाज?

काला हिरण आज कल काफी चर्चे में है

क्या आप जानते हैं कि बिश्नोई समाज काले हिरण को क्यों भगवान मानते हैं

क्योंकि यह उनके धार्मिक और सांस्कृतिक विश्वासों का महत्वपूर्ण हिस्सा है

इसलिए बिश्नोई समाज काले हिरण को भगवान के रूप में पूजता है

बिश्नोई समाज के संस्थापक, गुरु जम्भेश्वर जी ने प्रकृति और वन्यजीवों की रक्षा के लिए 29 नियम बनाए थे

इन नियमों में से एक काले हिरण की रक्षा करना भी है

काले हिरण को बिश्नोई समाज में कृष्णमृग भी कहा जाता है

बिश्नोई समाज समाज में काले हिरण को भगवान कृष्ण का अवतार भी माना जाता है

बिश्नोई समाज के संस्थापक, गुरु जम्भेश्वर जी ने 1485 में इस समाज की स्थापना की थी