बचपन में पतली क्यों होती है लड़कों की आवाज? हम सबकी आवाज उम्र के साथ बदल जाती है बचपन में यह काफी सुरीली होती है और कुछ लोग तुतलाकर भी बोलते हैं वॉकल कॉर्ड से ही हमारी आवाज आती है, जो उम्र के साथ बदलती है वॉकल कॉर्ड हमारे रेस्पिरेट्री सिस्टम का हिस्सा होता है वॉकल कॉर्ड के अलावा लेरीनक्स और चेहरे की हड्डियों का भी आवाज में सहयोग होता है आइए आपको बताते हैं कि बचपन में पतली क्यों होती है लड़को की आवाज बचपन में लड़कों की वॉकल कॉर्ड पतली होती है, जिससे आवाज पतली निकलती है चेहरे की हड्डियां बचपन में फैली हुई नहीं होती हैं, जिससे आवाज गूंजती नहीं है लेरीनक्स बचपन में पतला होता है, जिससे आवाज पतली हो जाती है और उम्र के साथ भारी होती है