तलाक में कितने तरह के केस कर सकती है पत्नी? तलाक का मतलब आधिकारिक तौर पर शादी को खत्म करना होता है भारत में तलाक के प्रोसेस के दो नियम हैं पहला- आपसी सहमति से तलाक लिया जाता है दूसरा- कंसेंट तलाक होता है, जिसमें किसी एक की तरफ से तलाक लिया जाता है पति-पत्नी अपने शहर की फैमिली कोर्ट में तलाक की याचिका दायर कर सकते हैं जिस शहर में पत्नी का घर हो, वहां भी याचिका दायर कर सकते हैं तलाक के लिए पत्नी कई तरह के केस कर सकती है जैसे एडल्टरी, मेंटनेंस और एलिमनी, प्रॉपर्टी राइट्स, चाइल्ड कस्टडी एंड मैनजमेंट इसके अलावा बाईगेमी और हरैसमेन्ट का केस भी पत्नी कर सकती है