अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को श्री हरमंदिर साहिब के नाम से जाना जाता है

ये मंदिर अपने अंदर लाखों खूबियां समेटे हुए है

सोने से बना ये गुरुद्वारा सभी धर्मों के लोगों की आस्था का प्रतीक है

हर रोज यहां हजारों लोग अरदास करने पहुंचते हैं

इस भव्य गुरुद्वारे की नींव श्री गुरु राम दास जी ने 1577 ई. में रखी थी

1588 को इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था

पहली बार 16 अगस्त, 1604 ई. को श्री हरमंदिर साहिब में स्थापित किया गया था

इस स्वर्ण मंदिर में ही दुनिया का सबसे बड़ा लंगर बनता है

इसे बनाने के लिए लगभग 500 किलोग्राम से भी अधिक सोने का यूज किया गया है

मंदिर की नक्काशी और सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती हैं