गोस्वामी तुलसी दास हिंदी साहित्य के सर्वश्रेष्ठ कवि और संस्कृत के विद्वान माने जाते हैं इन्होंने हिंदू धर्म के अनेक ग्रंथों की रचना की है जिसमें श्रीरामचरितमानस, हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक, हनुमान बाहुक, विनयपत्रिका, दोहावली, वैराग्य सन्दीपनी, जानकी मंगल, पार्वती मंगल, कवितावली इत्यादि हैं ऐसे में तुलसीदास के कुछ अनमोल वचन है जिसे अवश्य जानना चाहिए तो आइए जानते हैं तुलसीदास के अनमोल वचन जो मनुष्य जैसा कर्म करता है उसे वैसा ही फल प्राप्त होता है. व्यक्ति को हमेशा वहीं सपने देखना चाहिए जो पूरा हो सकता है. मनुष्य को हमेशा परोपकारी रहना चाहिए जैसे संपत्ति होने पर सज्जन नम्र हो जाता है. फल के आने पर पेड़ झुक जाता. हर व्यक्ति को मीठी वाणी बोलनी चाहिए इससे चारों तरफ सुख-शांति रहती है. क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है, जो सब कुछ बर्बाद कर देता है. जीवन में तप करने से संसार की हर वस्तु प्राप्त की जा सकती है. जिस जगह जानें से लोग प्रसन्न नहीं होते, वहां कभी भी नहीं जाना चाहिए.