रिकी केज ने इंटरनेशनल लेवल पर भारत का नाम रोशन किया है



वो एक म्यूजिशियन हैं और तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड जीते हैं



रिकी को डिवाइन टाइड्स एलबम के लिए ग्रैमी मिला था



5 अगस्त 1981 को जन्मे रिकी पंजाबी और मारवाड़ी फैमिली से हैं



लेकिन 8 साल की उम्र से बेंगलुरु में ही उनकी एजुकेशन पूरी हुई है



डेंटल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वे संगीत से जुड़े और म्यूजिशियन बन गए



करियर की शुरुआत में केज सिर्फ एक बोर्ड आर्टिस्ट थे



फिर उन्होंने साल 2003 में अपना स्टूडियो शुरू किया



साल 2015 में केज पहला ग्रैमी अवॉर्ड जीतकर दुनियाभर में छा गए थे



रिकी केज का कहना है कि कला उन्हें विरासत में मिली है