ज्योतिष शास्त्र में गुरु चांडाल योग को सबसे विनाशकारी योग माना गया है.



यह कालसर्प दोष से भी ज़्यादा खतरनाक होता है.



कुंडली में इस योग के बनने से जीवन संकटों से घिर जाता है.



इस योग का बुरा प्रभाव चरित्र, शिक्षा और धन पर पड़ता है.



आइए जानते हैं गुरु चांडाल योग के प्रभाव.



व्यक्ति के शुभ गुणों को घटा देता है और नकारात्मक गुण बढ़ा देता है.



अक्सर यह योग होने से व्यक्ति का चरित्र कमजोर होता है.



व्यक्ति को धन हानि और मानसिक परेशानियां बढ़ने लगती हैं.



पढ़ने वाले बच्चों को भी पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ता है.



इस योग के होने से व्यक्ति को पाचन तंत्र,



लिवर की समस्या और गंभीर रोग होने की सम्भावना बनती है.