हज इस्लाम के 5 फर्ज में से एक फर्ज है बाकी के चार फर्ज कलमा, रोजा, नमाज और जकात हैं शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हर मुसलमान को जिंदगी में एक बार हज फर्ज है हर साल दुनियाभर के मुस्लिम सऊदी अरब के मक्का में हज करने के लिए पहुंचते हैं पूरी हज यात्रा में 40 दिन लगते हैं जिसमें 10 दिन मदीने में रहना होता है हज ईद उल अजहा के साथ पूरी होती है ईद उल अजहा को बकरीद के नाम से भी जाना जाता है हज करने के लिए लोग दो तरह से जाते हैं एक हज कमेटी के तरफ से और दूसरा प्राइवेट टूर के जरिए वैसे तो औसतन हज यात्रा के लिए 3 से 4 लाख लगते हैं वहीं प्राइवेट व्यवस्था से जाने से 5 लाख तक खर्च हो सकते हैं