हनुमान जयंती चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाई जाती है. इस दिन केसरीनंदन के घर बजरंगबली का जन्म हुआ था.

चैत्र माह की पूर्णिमा 05 अप्रैल को सुबह 09.19 से 06 अप्रैल 2023 को सुबह 10.04 मिनट तक रहेगी.

बजरगंबली की पूजा का सुबह 06.06 से सुबह 07.40 तक शुभ का मुहूर्त है. अभिजित मुहूर्त सुबह 11.59 से दोपहर 12.49 तक है.

हनुमान जी शिव का 11वां रुद्र अवतार माने गए हैं. इन्हें कलयुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाला देवता कहा गया है.

हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पंचामृत से अभिषेक करें. चोला चढ़ाएं और तेल का दीपक लगाएं. श्रीराम की भी पूजा करें.

बजरंगबली को सिंदूर, अक्षत, पीपल के पत्ते की माला, गुलाब पुष्प अर्पित करें. फिर बजरंग बाण, सुंदर कांड, हनुमान चालीसा का पाठ करें.

ऊँ हनुमते नमः का 108 बार जाप करें. कहते हैं इस दिन जहां रामायण का पाठ होता है वहां हनुमान जी उपस्थित होते हैं.

स्त्रियां बजरंगबली की प्रतिमा स्पर्श न करें.हनुमान जी को चरणामृत भी नहीं चढ़ाया जाता है. पूजा में काले कपड़े न पहनें.