हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है.



हनुमान जी की आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.



अगर आप प्रभु श्री राम को प्रसन्न करना है तो उनके भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करें



हनुमान जी की पूजा में नारंगी सिंदूर जरुर चढ़ाये.



मंगलवार के दिन मंदिर में घी का दीपक जलाएं साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें



हनुमान जी की पूजा से सभी कष्टों का निवार्ण होता है



हनुमानजी ने अपनी शिक्षा सूर्य देव से गृहण की थी.



सूर्यदेव की पुत्री सुर्वचला के साथ हनुमान जी का विवाह हुआ.



शादी के बाद भी हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी रहे. क्योंकि सूर्य की पुत्री सुर्वचला शादी के बाद तप में लीन रही.



हनुमान जी का एक पुत्र है जिसका नाम मकरध्वज है जो उनके पसीने के एक बूंद से जन्मा था.