ज्वार के आटे की तासीर ठंडी होती है. फाइबर से भरपूर से मिलेट पाचन दुरुस्त करता है

ज्वार के आटे की तासीर ठंडी होती है. फाइबर से भरपूर से मिलेट पाचन दुरुस्त करता है

ज्वार से डेली डाइट का 12 ग्राम फाइबर मिल जाता है. इससे कब्ज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा नहीं रहता

ज्वार के सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है. ये खून के थक्के नहीं जमने देता. स्ट्रोक का खतरा भी दूर होता है

जो लोग गर्मियों में वजन घटाने का प्लान बना रहे हैं वो डाइट में गेहूं के बजाए ज्वार का आटा एड करें

ज्वार से पेट भरा हुआ रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती. ये शरीर का मेटाबॉलिज्म भी बढ़ाता है

जिन लोगों को सिलिएक रोग है या ग्लूटन फ्री टाइट लेनी होती है, उनके लिए ज्वार बढ़िया ऑप्शन है

ज्वार या इससे बने व्यंजनों के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों ही कंट्रोल में रहते हैं

डायबिटीज के मरीजों को तो खुद डॉक्टर भी अब ज्वार का आटा या इससे बने व्यंजन खाने की सलाह देते हैं

ज्वार में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है. ये शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति करके हड्डियों को भी मजबूत बनाता है

ज्वार लंबे समय आंखों की रौशनी कायम रखने, दातों को मजबूत बनाने और मुहांसों की दिक्कत दूर करता है

ज्वार लंबे समय आंखों की रौशनी कायम रखने, दातों को मजबूत बनाने और मुहांसों की दिक्कत दूर करता है