कई बार लोग गर्दन दर्द में उसे चटका कर आराम पाने की कोशिश करते हैं. देर तक एक ही पोजीशन में बैठने से गर्दन में अकड़ जाती है. गर्दन में अकड़न लुब्रिकेंट सिनोवियल फ्लूइड में बब्बल्स बन जाने के कारण होता है. गर्दन चटकाने से पहले अपनी मसल्स को थोड़ा ढीला करना जरूरी होता है. गर्दन चटकाने से बेहतर होगा आप किसी नजदीकी डॉक्टर को दिखा लें. इस बीमारी के लिए कायरोप्रेक्टर या फिर ऑस्टियोपैथ की सलाह लेनी चाहिए. कई बार गर्दन चटकाने पर धमनी के अंदर की परत पर कट भी लग सकता है. इस कट से खून के थक्के बन सकते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है. बार-बार गर्दन चटकाने से लिगामेंट भी कमजोर पड़ सकते हैं. गर्दन में तेज झटका आने पर या बार-बार चटकाने पर इसमें खिंचाव या कट लग सकता है. अगर आपकी गर्दन में दर्द रहता है तो तकिया का इस्तेमाल ना करें.