टूटी हुई हड्डी अपने आप कैसे जुड़ जाती है

हड्डियाँ बहुत लचीली होती हैं और काफी शारीरिक बल झेल सकती हैं

ऐसे में हड्डी फ्रैक्चर होती है तो बिना डॉक्टर के पास गए वह अपने आप भी ठीक हो सकती है

जब किसी की हड्डी टूट जाती है, तब वह आमतौर पर उपचार के तीन फेसेज से गुजरती है

सबसे पहला फेज सूजन वाला होता है जिसमें फटी ब्लड वेसेल्स से ब्लड निकलने लगता है

इसमें निकला हुआ ब्लड जमना शुरू हो जाता है जो फ्रैक्चर हेमेटोमा बन जाता है

दूसरा फेज मरम्मत का होता है जो 2 - 3 सप्ताह तक चलता है

इसमें इंसान का शरीर फ्रैक्चर के आस-पास कार्टिलेज और टिश्यू बनाने लगता है

आखिरी फेज में ठोस हड्डी स्पंजी हड्डी की जगह लेती है और हीलिंग प्रोसेस पूरा हो जाता है

ऐसे में कभी-कभी हड्डी की बाहरी सतह थोड़ी सूजी रहती है, जो अपने आप ठीक हो जाती है