बुखार आने से कब हो जाती है मौत? इस दौरान जरा सी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है वहीं जब किसी को हाई फीवर होता है उसे बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिसके कारण नाक, गला और त्वचा बुरी तरह प्रभावित होते हैं यह कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया के कारण होता है जब शरीर का तापमान 108°F या उससे ज्यादा हो जाए तो इस स्थिति को हाइपरपाइरेक्सिया कहते हैं इस स्थिति में अगर बुखार को कम न किया जाए तो यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे इंसान की मौत भी हो सकती है