जेनेटिक बीमारी का कैसे लगता है पता? जेनेटिक बीमारियों का पता लगाने के लिए जेनेटिक टेस्टिंग कराया जाता है इस टेस्ट में आपकी जीन की स्टडी होती है जिसके जरिए पता लगाया जाता है कि कोई ऐसा बदलाव जीन में है नहीं जिसकी वजह से कोई समस्या या बीमारी आगे चल के शरीर के अंदर बन जाए यदि आपके परिवार में किसी को भी जेनेटिक बीमारी है तो आपके भी उस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है जेनेटिक टेस्टिंग के जरिए आप अपने शरीर के भविष्य को जान सकते हैं उसके आधार पर उपचार करा के गम्भीर बीमारियों से बचा जा सकता है इस टेस्ट को अनुवांशिक परीक्षण भी कहा जाता है.