चांदीपुरा के 29 केसों में 26 गुजरात में सामने आए हैं

जबकि 2 राजस्थान और एक मध्य प्रदेश में मिला है

चांदीपुरा वायरस से बुखार होता है

इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं और इससे तीव्र इंसेफेलाइटिस होती है

यह वायरस रैबडोविरिडे परिवार के वेसिकुलोवायरस जीनस का सदस्य है

यह मच्छरों बालू मक्खी जैसे कीट पतंगों द्वारा फैलता है

यह वायरस काफी खतरनाक माना जाता है

2003-2004 में आंध्र प्रदेश और गुजरात में इससे 56-75 प्रतिशत तक मृत्यु दर देखी गई थी

इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1965 में महाराष्ट्र के चांदीपुरा में हुई थी

इस वायरस से ज्यादातर 9 महीने से 14 साल के बच्चे प्रभावित होते हैं