भारत ही नहीं लगभग पूरे एशिया में हीर-रांझा के किस्से मशहूर हैं.



कुछ कहते हैं कि ये असल जिंदगी में नहीं थे बल्कि कोरी कल्पना थे.



तो कुछ इतिहासकारों का मानना है कि ये असली थे.



आइए जानते है कि हीर-रांझा का असली नाम क्या था ?



इतिहास के कुछ पन्नों में हीर का नाम इज्जत बीबी लिखा गया है.



ये चूचक सियाल और मल्की की बेटी थीं.



रांझा का असली नाम मियां उमर था.



पाकिस्तान के पंजाब में हीर और रांझा की कब्र भी स्थित है.



ये कोई बहुत बड़ी टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं है, फिर भी इतिहास के दीवाने यहां दूर-दूर से आते हैं.



उस कब्र पर लिखा है, 'दरबार आशिक-ए-सादिक माई हीर वा मियां रांझा' यानी



आशिकों का दरबाद जहां हीर और रांझा मौजूद हैं.