हेमू विक्रमादित्य भारत के अंतिम हिंदू राजा थे जिन्होंने अपने जीवनकाल में 22 लड़ाईयां जीती थीं
इस वजह से हेमू विक्रमादित्य को मध्य युग का समुद्र गुप्त और नेपोलियन कहा जाने लगा
आइए जानते हैं भारत केअंतिम शासक हेमू विक्रमादित्य के बारे में
बीबीसी के अनुसार, साल 1501 में हरियाणा में रेवाड़ी के कुतबपुर में हेमू विक्रमादित्य का जन्म हुआ था
हेमू विक्रमादित्य बहुत साधारण परिवार से थे और वे किराने का काम किया करते थे
हेमू विक्रमादित्य की काबिलियत ने शेरशाह सूरी के बेटे इस्लाम शाह का ध्यान उनकी तरफ खींचा और जल्द ही वह बादशाह का विश्वास जीतने में भी कामयाब हो गए
कुछ वक्त बाद हेमू विक्रमादित्य को इस्लाम शाह की सेना में वह जगह मिल गई जो शोरशाह सूरी के वक्त में ब्रह्मजीत गौड़ की हुआ करती थी
आदिल शाह के शासन में जब हुमायूं ने दिल्ली पर कब्जा किया था तो दिल्ली को वापस जीतने की जिम्मेदारी हेमू को मिली थी. हेमू ने मुगलों को हराकर दिल्ली में हिंदू राज की स्थापना की और विक्रमादित्य का पद पाया
दिल्ली हारने के बाद जब मुगलों ने जवाबी हमला किया तो उस पानीपत के युद्ध में हेमू विक्रमादित्य की आंख में तीर लगने से वह घायल हो गए थे
इसके बाद हेमू को जंजीरों से बांधकर 14 साल के बादशाह अकबर के सामने लाया गया
किताब 'द मुगल्स ऑफ इंडिया' में मोहम्मद कासिम फेरिश्ता कहते हैं कि अकबर ने तलवार से हेमू को बस छुआ भर, लेकिन विन्सेंट ए स्मिथ और हरबंस मुखिया का मानना है कि अकबर ने हेमू की गर्दन अलग कर दी