पर्वत का बहुत महत्व बताया गया है
का निवास माना जाता है
कोई फतेह हासिल नहीं कर पाया है
कोशिश की, लेकिन असफल रहे
भेड़ों के साथ मणिमहेश पर्वत पर चढ़ने की कोशिश की थी
वो पत्थर में तब्दील हो गया
ब्रह्म मुहूर्त में एक मणि चमकती है
उससे काफी समय के बाद सूर्योदय होता है
मणिमहेश के नाम से जाना जाता है
चंबा में उपमंडल भरमौर के तहत आता है