हिंदू धर्म में व्यक्ति के गोत्र को महत्वपूर्ण माना जाता है. विवाह के समय लड़की और लड़के का गोत्र पूछा जाता है. अगर लड़की और लड़के का गोत्र एक ही है, तो उन दोनों का विवाह नहीं होता है, यानी हिंदू धर्म में एक ही गोत्र में विवाह की मनाही है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गोत्र का संबंध ऋषियों से माना गया है. एक गोत्र के अंतर्गत आने वाले सभी महिला और पुरुषों के पूर्वज, कोई एक ऋषि माने जाते हैं. इसलिए एक गोत्र में आने वाले लड़की और लड़का एक दूसरे के भाई-बहन होते हैं. इसलिए समान गोत्र में विवाह नहीं होता है. समान पूर्वज होने के कारण समान गोत्र में विवाह करना वर्जित माना गया है.