गीता में क्रोध को अवगुण बताया गया है मनुष्य को क्रोध से बचना चाहिए मंगल ग्रह को उग्र ग्रह माना गया है,मंगल से प्रभावित राशि वालों को क्रोध अधिक आता है कई बार लोग अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाते हैं क्रोध के कारण कभी-कभी गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं इसलिए इन राशि वालों को क्रोध दिलाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए मंगल पर जब राहु या केतु की दृष्टि पड़ती है तो ये गुस्से को रोक नहीं पाते हैं मेष राशि के स्वामी मंगल हैं मेष राशि वालों को क्रोध अधिक आता है वृश्चिक राशि के स्वामी भी मंगल हैं वृश्चिक राशि वालों को क्रोध अधिक आता है राहु और केतु पाप ग्रह हैं, मंगल के साथ ये ग्रह आग में घी का काम करते हैं वृश्चिक राशि वालों को यदि कोई गुस्सा दिलाए तो ये उसे माफ नहीं कर पाते हैं