कतर एक मुस्लिम बाहुल्य देश है

देश की आबादी तक़रीबन 30 लाख ही है

इसमें से सिर्फ़ 10% यानी तीन लाख लोग ही वोट कर सकते हैं

मतदान के लिए मूल निवासियों और नागरिकों में अंतर बताया गया है

अमीर शेख़ तमीम बिन हम्माद अल-थानी ने एक क़ानून पास किया था

उसके अनुसार 18 साल से अधिक आयु के वो नागरिक

जिनकी मूल नागरिकता क़तरी रही है, वो मतदान कर सकते है

या वह नागरिक जो साबित कर दें

कि उनके पूर्वज कतर में ही पैदा हुआ थे, वो मतदान कर सकते हैं

जिन्होंने कतर की नागरिकता ले रखी है, वो मतदान नहीं कर सकते