सर्दियों की शुरुआत पूरे तरीके से हो चुकी है

लेकिन मच्छरों का आतंक अब भी जारी है

मच्छर अंधेरे में भी हमें ढूंढ लेते हैं

मच्छरों का हम तक पहुंचने का कारण भी हम खुद ही होते हैं

आपको ये जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है

सांस से निकलने वाली कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस के कारण ऐसा होता है

इसकी गंध से मच्छरों को हमारी जानकारी मिलती है

शरीर के पसीने की गंध की वजह से भी मच्छर हमारी ओर आते हैं

मच्छर हमारा खून चूसते हैं

जिसकी वजह से हमारी नींद में खलल पड़ता है