पुराने समय में कपड़ों को धोने के लिए सर्फ-साबुन नहीं हुआ करते थे

तब कपड़ों को धोने के लिए ऑर्गेनिक तरीका अपनाया जाता था

रीठा का इस्तेमाल महंगे और मुलायम कपड़ों को धोने में होता था

पहले रीठा के फलों को पानी डालकर गर्म कर लिया जाता था

जिससे उसमें झाग बन जाता था

फिर झाग को निकालकर कपड़ों पर डालकर उसे चमकाया जाता था

पुराने समय में कपड़े धोने के लिए रेह का इस्तेमाल भी किया जाता था

रेह एक प्रकार का खनिज होता है

जिसमें सोडियम सल्फेट, मैग्नीशियम सल्फेट होता है

लोग सफेद रंग के इस पाउडर से गंदगी को साफ करते थे