हर धर्म में अंतिम संस्‍कार के अलग-अलग रस्‍मो-रिवाज हैं

इसी तरह से पारसी धर्म की भी अपनी मान्यताएं हैं

पारसी धर्म में पृथ्वी, जल, अग्नि को पवित्र माना जाता है

ऐसे में शव को जलाने, पानी में बहाने और दफनाने की मनाही है

पारसी लोग अलग तरीके से शव का अंतिम संस्‍कार करते हैं

ये लोग अंतिम संस्कार के लिए टावर ऑफ साइलेंस का इस्‍तेमाल करते हैं

इसे दोखमेनाशिनी या दखमा भी कहा जाता है

यह एक खास गोलाकार जगह होती है

इस गोलाकार जगह की चोटी पर शवों को रख दिया जाता है

ताकि उस शव को गिद्ध या अन्य पक्षी भोजन के रूप में खा सकें