कहा जाता है कि ब्रह्मांड में हर वस्तु का अंत निश्चित है

पृथ्वी का अंत कैसे होगा, इस पर कई अध्ययन हो चुके हैं

पृथ्वी के अमूमन दो तरह के अंत का जिक्र होता है

एक तो सामान्य अंत, जैसा कि किसी ग्रह का हो सकता है

फोर्ब्स  के मुताबिक सामान्य रूप से पृथ्वी सूर्य में जाकर समा जाएगी

दूसरा ये बंजर चट्टान के रूप में अनंत काल तक अंतरिक्ष में भटकती रहेगी

वहीं असामान्य अंजाम में पृथ्वी इस सब से पहले ही नष्ट हो जाएगी

ज्ञानिकों के मुताबिक, पृथ्वी पर अधिक गर्मी के कारण ये राख हो जाएगी

विशेषज्ञों का कहना है कि पांच से सात अरब सालों में पृथ्वी का यही हाल हो सकता है

एक तथ्य ये है कि पृथ्वी का अंत होने से पहले यहां जीवन खत्म हो जाएगा