बुलेटप्रूफ कांच मूल रूप से साधारण कांच की अनेक परतों से मिलकर बनता है.

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इसके बीच में पॉली कार्बोनेट की परत डालकर बनाया जाता है. इस प्रोसेस को आमतौर पर लैमिनेशन कहा जाता है.

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जिस कांच में लैमिनेटेड ग्लास की जितनी ज्यादा परतें होती हैं, वह उतना ही ज्यादा मजबूत होता है.

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बुलेटप्रूफ कांच के बीच आर्मर्मैक्स, साइरोलन, मैक्रोक्लियर, साइरोलन, लेक्सन और टुफाक जैसे कई पदार्थ सैंडविच किए जाते हैं.

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बुलेटप्रूफ कांच की मोटाई 7 से 75 मिली मीटर होती है. ये काफी मोटे और वजनदार होते हैं.

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गोली लगने कर इसकी बाहरी परत में छेद हो जाता है. लेकिन अंदर मौजूद पॉलीकार्बोनेट की परत गोली की ऊर्जा को सोख लेती है.

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यह परत उस ऊर्जा के दूसरी परतो में बांट देती है.

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जब गोली कांच पर पड़ती है, तो उसकी ऊर्जा अपने निशाने पर नही पड़ती, बल्कि बड़े एरिया में फैल जाती है.

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इसका इस्तेमाल हाई सिक्योरिटी वाली बिल्डिंग्स या फिर गाड़ियों में किया जाता है.

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इस तरह बन्दूक की गोली का असर कम हो जाता है और गोली कांच के पार नहीं हो पाती.