जीपीएस की शुरुआत यूएस डिफेंस के द्वारा 1973 में की गई थी

इसे ग्लोबल पॉसिशिंग सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है

ये हमे एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में मदद करता है

इसका इस्तेमाल लोकेशन पता करने में किया जाता है

जीपीएस का इस्तेमाल पहली बार अमेरिका की सेना द्वारा 1960 में किया गया था

जीपीएस सिस्टम तीन स्टैंडर्ड सेगमेंट प्रणाली पर काम करता है

ये स्पेस सेगमेंट, कंट्रोल सेगमेंट और यूजर सेगमेंट है

लोकेशन सर्च करने पर सबसे पहले सैटेलाइट सिग्नल पृथ्वी पर आते है

इसके बाद ये सिग्नल रिसीवर को मिलते है

रिसीवर इन सिग्नल को दूरी और समय के हिसाब से देखता है.