कैप्सूल दिखने में अच्छी होती है लेकिन स्वाद कड़वा होता है कैप्सूल जिलेटिन के बने होते हैं जिलेटिन जानवरों के चमड़े और हड्डियों से बनते हैं जिलेटिन दवाओं का एक मुख्य इंग्रेडिएंट होता है सॉफ्ट कैप्सूल के लिए तेल लिक्विड का इस्तेमाल किया जाता है वेजिटेरियन कैप्सूल जिलेटिन से नहीं बनकर सेलुलोज से बनते हैं सेलुलोज को देवदार रस से बनाया जाता है वेजिटेरियन कैप्सूल से किसी की धार्मिक भावना आहत नहीं होती कैप्सूल पेट में जाकर तुरंत घुलने लगती है कैप्सूल के घुलते ही उसमें प्रयुक्त दवाएं शरीर में असर करना शुरू कर देती हैं पेट की गर्मी और एसिड सहित तमाम कारक कैप्सूल घुलने के जिम्मेदार होते हैं