डूम्सडे क्लॅाक दुनिया में आने वाले खतरे के बारे में बताती है.इस घड़ी के मुताबिक दुनिया बहुत जल्द तबाह होने वाली है
करंट स्थिति के आधार पर यह घड़ी कयामत का वक्त बताती है
जैसे इसने मौजूदा समय में कयामत का वक्त 90 सेकंड बताया है, जो इस बात का संकेत है की तबाही बेहद करीब है. ये 90 सेकंड मिडनाईट यानी रात 12 बजे से बताये गये हैं
यह समय इसने मौजूदा स्थिति में हो रही घटनाओं के आधार पर बताया है. जलवायु परिवर्तन, बड़े-बड़े युद्ध जैसे रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास वॉर, जो मानवता के लिए खतरा हैं
दुनिया में हो रहे बड़े युद्ध और वातावरण की करंट सिचुएशन में बदलाव को देखते हुए इस घड़ी के कांटे को नापा जाता है
इनको देखते हुए वैज्ञानिकों ने डूम्सडे घड़ी में 90 सेकंड का सिंबॉलिक समय सेट किया है. इस घड़ी का वक्त परफेक्ट नहीं होता है बस सिचुएशन को समझा जा सकता है
एटोमिक साइंटिस्ट ऑफ शिकागो ऑर्गेनाइजेशन ने साल 1947 में डूम्सडे क्लॅाक के बात की थी
इस घड़ी का कांटा नॉर्मल घड़ियों के कांटे से उलटी तरफ चलता है
यह घड़ी एक सिंबॉलिक समय बताती है, इस समय को घटाया बढ़ाया जा सकता है. जैसे अगर लोग गलत रास्ते पर चल रहे हैं तो समय घटाया जाता है
वहीं, अगर दुनिया सही रास्ते पर चल रही है यानी जिससे मानवता पर संकट कम होगा तो कयामत का समय बढ़ा दिया जाता है और ऐसा कई मौकों पर किया भी गया है