छोटे रनवे से फ्लाइट की लैंडिंग और टेक ऑफ में परेशानी होती है

लेकिन लड़ाकू विमान छोटे से रनवे से टेक ऑफ कर लेते हैं

ऐसे इसलिए क्योंकि लड़ाकू विमान आम यात्री विमान की तुलना में काफी हल्के होते हैं

इसके साथ ही लड़ाकू विमान बहुत छोटे भी होते हैं

इस विमान को यात्री विमानों की तरह लंबी दूरी की यात्रा नहीं करनी पड़ती है

टारगेट के काफी करीब पहुंचकर ये फाइटर प्लेन उड़ान भरते हैं

कई मामलों में प्लेन को जहाज पर लादकर बीच समंदर में ले जाया जाता है और वे वहां से टेक ऑफ करते हैं

लड़ाकू विमान को विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयार किया जाता है

इसलिए इनकी टेक ऑफ और लैंडिंग भी कामचलाऊ व्यवस्था से ही की जाती है

ताकि ये किसी भी हालात में अपना काम कर पाएं