1947 में आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान दो देश बने ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के एक सर्वे के मुताबिक बंटवारे के समय पाकिस्तान में 428 मंदिर थे लेकिन 1990 के दशक में 408 मंदिरों को सरकारी स्कूल, दफ्तर, रेस्टोरेंट, होटल या मदरसे में तब्दील कर दिया गया कालीबाड़ी मंदिर की जगह ताजमहल होटल खड़ा कर दिया गया पख्तूनख्वा की एक मंदिर की जगह मिठाई की दुकान खोल दी गई कोहाट के शिव मंदिर में अब स्कूल चलाया जाता है एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में अब केवल 22 हिंदू मंदिर बचे हैं इमरान सरकार ने इस्लामाबाद में श्री कृष्ण मंदिर को बनाने की अनुमति दी थी मंदिर का काम शुरू ही हुआ था कि कुछ कट्टरपंथी लोगों ने मंदिर की दीवार को तोड़ दिया दबाव बढ़ने पर सरकार को मंदिर निर्माण का काम बंद करना पड़ा