अफगानिस्तान में हिंदू और सिखों की संख्या में काफी गिरावट आई है साल 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता में काबिज होने के बाद से हिंदू-सिख तेजी से घटे हैं तीन दशक में हिंदुओं और सिखों की आबादी करीब ढाई लाख से सिर्फ 150 रह गई है यूरोपियन यूनियन एजेंसी फोर असायलम की रिर्पोट के मुताबिक, 1992 में अफगानिस्तान में इन समुदायों की जनसंख्या 2 लाख 20 हजार थी 70 के दशक में यह आंकड़ा 7 लाख के करीब था साल 2021 की शुरुआत तक यह आंकड़ा 400 था तालिबान के सत्ता में आने के बाद 2021 के अंत तक यह आंकड़ा सिर्फ 150 रह गया 150 की इस आबादी में से हिन्दुओं की जनसंख्या 50 से भी कम है वर्तमान में अफगानिस्तान में हिन्दुओं और सिखों की जनसंख्या कितनी है, इसका कोई डेटा उपलब्ध नहीं है इन सालों में अफगानिस्तान में मौजूद हिंदू मंदिरों और गुरुद्वारों पर हमले की घटनाएं भी खूब सामने आईं