‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करने से
भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं.


भगवान विष्णु के साथ ही कृष्ण भगवान के लिए भी
यह मंत्र समर्पित है.


‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ को वैष्णव संप्रदाय का सबसे
महत्वपूर्ण मंत्र माना जाता है.


तांत्रिक परंपरा में इस मंत्र के ऋषि प्रजापति और
पौराणिक परंपरा में ऋषि नारद हैं.


‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का अर्थ है ओम, मैं भगवान वासुदेव
या विष्णु को नमन करता हूं.


कहा जाता है कि, इस मंत्र का 12 लाख जप करने से समस्त
सुखों की प्राप्ति होती है.


लेकिन क्या आप जानते हैं कि ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’
मंत्र कितने अक्षरों का है.


बता दें कि, ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र द्वादश यानी
बारह अक्षरों वाला मंत्र है.


‘द्वादशर्णो महामंत्र प्रधानो वैष्णवगामे’ यानी 12 अक्षरों का यह मंत्र
वैष्णव मंत्रों में सबसे प्रमुख है.